समाजिक न्याय एवं धार्मिक सौहार्द के लिए निकली संविधान यात्रा, कई संस्था प्रमुख शामिल हुए
मनासा। 30 जनवरी को क्षेत्र में प्रसिद्ध “गांधी 150” गांधी विचार मंच द्वारा कई आयोजन किए, ग्राम बरथून में गांधी विचार मंच से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अहिंसा महोत्सव के साथ संविधान यात्रा की शुरूआत की। इस यात्रा के दौरान सर्वधर्म प्रार्थना सभा में समाज सेवियों को संविधान प्रस्तावना साहित्य दे कर सम्मानित किया, विभिन्न वक्ताओं ने गांधीजी को पुष्पांजलि अर्पित की और गांधीजी के सिद्धांतों को अपनाने की बात की।
संविधान यात्रा ग्राम महागड़, भाटखेड़ी, परदा होते हुए आदिवासी बहुल ग्राम खेड़ली पहुंची जहां समापन हुआ। यह यात्रा एक महत्वपूर्ण पहल थी जो गांधीजी के विचारों को जनमानस में जगह देने और उनके सिद्धांतों को आधुनिक समाज में अपनाने के प्रति एक सामाजिक प्रयास था। इसके माध्यम से समाज सेवियों को सम्मानित करने से उनके योगदान को मान्यता मिलती है, जो समाज में समृद्धि और समानता की दिशा में महत्वपूर्ण है।
आदिवासी बहुल ग्राम खेड़ली में संविधान यात्रा का समापन करना भी एक महत्वपूर्ण कदम था, जो गांधीजी के संदेश को सभी समुदायों तक पहुंचाने में मदद करता है। इस प्रकार के कार्यक्रम से सामाजिक समरसता और एकता के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को मजबूती मिलती है।
ग्रामीणों को महात्मा गांधी की अद्भुत विचारधारा को समझाने के साथ ही, गांधीजी के सिद्धांतों को अपनाने की प्रेरणा मिली।
ग्रामीणों द्वारा इस यात्रा में उत्साहपूर्वक भाग लेना भी एक बड़ी बात है, इससे स्थानीय समुदाय में सामूहिक भावना का आभास होता है।
यह सभी पहलुओं से स्पष्ट होता है कि गांधी शहीद दिवस को समर्पित करके गांधीजी की आदर्श अनुयायियों ने एक सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन की ओर कदम बढ़ाया है।
इस दौरान गांधी विचार मंच के पदाधिकारियों ने बरथून के पूर्व सरपंच दीनबंधु बैरागी के कार्यकाल में गांधी प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही गांधी चबूतरा बनाने के लिए भूमि उपलब्ध कराने वाले राधेशाम पाटीदार एवं कैलाशचंद्र पाटीदार को ’हम भारत के लोग’ नामक पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया।
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